मेरे दोस्त की बहनों ने मुझे चोदा-1 Sex Stories
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मेरे दोस्त की बहनों ने मुझे चोदा-1 Sex Stories

Sex Stories

दोस्तो, मेरा नाम मनोज है Sex Stories और मैं अन्तर्वासना कहानी पढ़ता हूँ तो मुझे बहुत अच्छा लगता है. तो मैंने सोचा कि क्यों न मैं भी आपनी आपबीती बात बताऊँ!

आज मेरी उम्र 21 साल की है और जो कहानी मैं आप लोगो को सुनाने जा रहा हूँ वो करीब 3 साल पुरानी है. आज तक आप लोगों ने सुना होगा कि एक लड़के ने लड़की का जबर चोदन किया तो क्या एक लड़की लड़के का जबर चोदन नहीं कर सकती?

जी हाँ! मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ था!

मेरे एक दोस्त की चार बहनें है, चारों की शादी हो चुकी है पर तीन साल पहले वो चारों शादीशुदा नहीं थी. एक का नाम सोनू, दूसरी का नाम मोनू, तीसरी का नाम बबली और चौथी का नाम गीता है. गीता मेरी गर्लफ्रेंड थी और आज भी है. हम 7-8 लोग रोज़ छुपन छुपाई खेलते थे.

एक दिन हम बस पाँच लोग ही थे, मैं और वो चार लड़कियाँ!

सोनू बाजी दे रही थी और हम चार लोग छुपे हए थे, मैं और मेरी गर्लफ्रेंड एक साथ ही थे, वो बहुत ही सेक्सी थी वो मुझसे धीरे धीरे चिपकने लगी, मुझे होटों पर चूमने लगी. मुझे पहली बार किसी के होटों पर चूमा था. हम दोनों बेड के नीचे छुपे थे, वो धीरे धीरे मेरे ऊपर चढ़ने लगी, मुझे डर लगने लगा वो धीरे धीरे मेरे लंड की ओर अपना हाथ बढ़ाने लगी, मेरी पैंट की जिप खोल दी और मेरा लंड पकड़ लिया. मैं और डर गया!

मैंने उससे पूछा- यह क्या कर रही है तू?
तो वो बोली- आप चुपचाप लेटे रहो!

और उसने मेरे होटों पर आपने होंट रख दिए और मेरा मुँह बंद कर लिया. वो धीरे धीरे मेरे लंड को हिलाने लगी और मेरा लण्ड खड़ा हो गया. अब मुझे भी बहुत अच्छा लगने लगा था. उसने मेरा लण्ड अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी. मुझे बहुत गुदगुदी हो रही थी पर मजा भी बहुत आ रहा था. वो मेरा लण्ड चूसती रही.

तभी उसकी तीन बहनें और आ गई और मैं और वो दोनों ही बहुत डर गए थे. उसकी तीनों बहनें गुस्से से मुझे और उसे देखने लगी. अब हम पाँचों एक दूसरे की ओर देखने लगे. वो तीनों बहनें धीरे से मुस्कुराई ओर बोली- बेड के नीचे क्या कर रहे हो तुम दोनों? चलो बाहर चलो! गीता तू क्या अकेले ही सारा मजा ले लेगी! हमें नहीं लेने देगी क्या!

और चारों बहनों ने मुझे बेड पर लिटा दिया, फिर सोनू बोली- तुम तीनों मज़े लो, मैं बाहर देखती हूँ कि कोई आना जाये! ठीक है?

सोनू बाहर चली गई, गीता तो मेरे लंड से ही चिपकी रही, मोनू मुझे होटों पर किस करने लगी और बबली मेरे हाथ की बड़ी उंगली को अपनी चूत में डालने लगी पर मैं तो कुछ कर ही नहीं पा रहा था. अब गीता झड़ने वाली थी इसलिए उसने अपने कपड़े उतारे, अपनी चूत मेरे लंड पर रख दी और मेरे लंड पर ऊपर-नीचे होने लगी. उसकी चूत बहुत ही टाइट थी मेरे लंड में दर्द होने लगा था पर चुदाई में बहुत मजा आ रहा था इसलिए मैं सारा दर्द सहन कर रहा था.

मोनू जोकि मेरे होटों को चाट रही थी, अब उसने भी अपने कपड़े उतार दिए थे पर अपनी चूत के मुँह को मेरे होटों पर रगड़ने लगी. मैंने भी उसकी चूत को जीभ से चाटना चालू कर दिया. तब तक बबली भी अपने कपड़े उतार चुकी थी. बबली तो बस मेरी उंगली से ही अपनी चूत चुदवा रही थी. तीनों ने मुझे अपने नीचे दबा रखा था.

मैं बहुत परेशान हो चुका था. मैंने तीनों को अपने ऊपर से हटाया और गुस्से में कहा- साली रंडियो! एक एक कर के आओ! कुत्तियो आओ!

तब मैंने पहले अपनी गर्लफ्रेंड गीता को पकड़ा और बेड पर दोनों हाथ रखवाये और घोड़ी बना कर उसे चोदना शुरू किया. 15 मिनट तक चोदा, फिर मैं झड़ गया. सारा का सारा वीर्य उसकी चूत में ही छोड़ दिया. वो भी झड़ चुकी थी, मैंने उसे कमरे से बाहर जाने को कहा तो वो बोली- क्यों जाऊँ?

मैंने बोला- तेरी दो बहनों को भी तो चुदना है!
तो गीता बोली- तो मेरे सामने ही चोदो न!

मैंने बोला- नहीं, तू चुदाई देखेगी तो फिर से चुदाने के लिए तैयार हो जायेगी और मुझमें इतनी ताकत नहीं है कि बार बार चोद पाऊँ!

और मैंने गीता को बाहर का रास्ता दिखाया. अब मोनू की बारी थी, वो बहुत देर से बेचैन थी. मेरा लंड ढीला पड़ गया था, मैंने मोनू से कहा- मोनू, मेरी जान! मेरे लंड को खड़ तो कर! जान, तभी तो तुझे चोद पाऊँगा!

इतना बोलने की ही देर थी कि उसने मेरा लण्ड पकड़ा और झट से मुँह में लेकर चूसने लगी. धीरे धीरे मेरा लंड खड़ा हो रहा था और बबली खड़ी खड़ी सब देख रही थी और अपनी बारी का इंतजार कर रही थी, अपनी चूत में उंगली भी कर रही थी. मैंने मोनू की एक टांग अपने कंधे पर रखी और दूसरी टांग जमीन पर ही थी, मैंने उसे एक हाथ से कमर पर पकड़ रखा था, एक हाथ से उसके चुचे दबा रहा था और जोर जोर के धक्के मरता जा रहा था. वो बहुत चिल्ला रही थी, मैंने उसके चुचे दबाना बंद कर उस हाथ से उसका मुँह बंद कर दिया और फिर 15-20 मिनट में मैं एक बार फिर झड़ गया और सारा वीर्य उसकी ही चूत में झाड़ दिया. लंड के निकलते ही उसने मेरा लंड फिर से चूसना शुरु कर दिया. मुझे लगा कि शायद वो अभी झड़ी नहीं है. फिर मैं जल्दी से उसकी चूत में उंगली करने लगा. 5 मिनट के बाद वो भी झड़ गई और बाहर चली गई.

अब बबली की बारी थी. बबली की चूत और गांड दोनों ही बहुत अच्छी थी. दोनों ही चीज बिना बाल के थी. पहले तो मैंने उसकी चूत में उंगली की, धीरे धीरे एक उंगली उसकी गांड में भी डाल दी. वो सिसकियाँ लेने लगी पर मेरे लंड पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा था. वो काम वासना के अंतिम चरण पर थी इसलिए उसने मुझसे कहा- मनोज प्लीज़! मुझ से ओर देर तक रुका नहीं जायेगा, मुझे जल्दी से चोदो!

मैंने कहा- रंडी, अभी तो मेरा लंड खड़ा ही नहीं है तो कैसे चोदूँ तुझे!

तभी उसने मेरा लण्ड अपने मुँह में ले लिया और जोर जोर से चूसने लगी. धीरे धीरे मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया. मैंने उसे बेड पर लिटाया, दोनों टाँगें अपने कंधे पर रखी और लंड उसकी चूत के मुँह पर रख कर एक जोर का धक्का मारा. वो बहुत जोर से चिल्लाई. आवाज़ सुन कर बाहर से आवाज़ आई- क्या हुआ बबली? तेरी चूत फट गई क्या?

मैं जोर जोर के धक्के लगाता रहा, वो चिल्लाती रही पर मैं तो अपने जोश में था, मैं कहाँ रुकने बाला था, धक्के मारता रहा, मारता रहा. मुझे उसकी गांड बहुत ही सुन्दर लग रही थी तो मैंने चूत को छोड़, गांड पर निशाना साधा. मैंने उसकी गांड पर बहुत सा थूक फेंका और उंगली से पूरी गांड पर लगा दिया. धीरे धीरे उंगली उसकी गांड में अन्दर बाहर करने लगा. गांड जब थोड़ी नरम हुई तो मैंने अपना लण्ड उसकी गांड में डाल दिया.

वो फिर चिल्लाई और अपनी गांड को टाइट कर लिया. मेरा लंड अब उसकी गांड में फंसा था, मुझे भी दर्द हो रहा था. मैं धीरे धीरे उसकी गांड में अपना लंड अन्दर बाहर कर रहा था. वो धीरे धीरे नर्म होती जा रही थी और मेरी स्पीड धीरे धीरे तेज़ होती जा रही थी.

अब वो पूरी तरह से नर्म हो चुकी थी, मैं जोर जोर से धक्के लगा रहा था, वो धीरे धीरे चिल्ला रही थी. मैंने उसकी गांड और चूत बहुत देर तक मारी और अलग अलग तरीकों से उसे चोदा. वो तो दो बार पहले ही झड़ चुकी थी, अब वो तीसरी बार झड़ गई और उसके साथ ही मैं भी झड़ने वाला था. मैंने अपना लंड जल्दी से बाहर निकला और उसके मुँह में डाल दिया. वो उसे चूसने लगी और मैं उसके मुँह में ही झड़ गया. वो मेरा सारा का सारा वीर्य पी गई. अब तीनों बहनें खुश थी, तीनों कमरे में आई और मुझे चूमने लगी. तीन ने तो मुझे चोद दिया पर चौथी का क्या? अभी तो वो भी तो बाकी है दोस्तो!

चौथी का क्या हुआ, मैं आप लोगों को जरूर बताऊँगा पर तब जब आप लोग मुझे बतायेंगे कि मेरी आपबीती कहानी कैसी लगी आपको! Sex Stories

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